Friday 17 April 2020

कोरोना संक्रमित का अंतिम संस्कार, परिजनों ने दूर से किए अंतिम दर्शन


बिहार के वैशाली जिले के कोरोना संक्रमित का अंतिम संस्कार शुक्रवार शाम को पटना के बांसघाट पर हुआ। अंतिम संस्कार के समय मृतक के दो परिजन घाट पर पहुंचे। इस दौरान परिजन न तो अर्थी को कंधा दे पाए न ही चिता को आग दे पाए। परिजन ने दूर खड़े होकर अंतिम संस्कार देखा। वैशाली जिला प्रशासन ने ही शव को बांस घाट के किनारे पर जलाया। एम्स अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी शव को वाहन में रखकर लाए थे। मेडिकल टीम एम्बुलेंस में आई। परिजन को घाट तक ले जाने के लिए एक कार की व्यवस्था की गई। वैशाली पुलिस के जवान दो कार से घाट पर पहुंचे। घाट पर आए लोगों ने पीपीई किट पहन रखा था। शव को सफेद रंग के बैग में रखा गया था।

बिहार में कोरोना वायरस से शुक्रवार को दूसरी मौत हो गई। एम्स में भर्ती वैशाली के 35 वर्षीय युवक ने दम तोड़ दिया। 15 अप्रैल को युवक की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। युवक की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है। वह पिछले एक महीने से सिर दर्द से परेशान था। 23 मार्च को उसे खुसरुपुर सेंट्रल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। सुधार नहीं होने पर पटना के पॉपुलर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। यहां डॉक्टरों ने बताया कि उसे ब्रेन ट्यूमर है। दो दिन बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। 14 अप्रैल को जब युवक की हालत खराब होने लगी तब परिजन उसे एंबुलेंस से लेकर पटना एम्स पहुंचे। उसी दिन युवक के सैंपल की जांच की गई। 15 अप्रैल को युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। एम्स के डॉक्टर नीरज अग्रवाल ने बताया कि युवक की तबियत बहुत खराब थी। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था।
मरीज के संपर्क में आए सभी लोगों को क्वारेंटाइन कर दिया गया है और उनके सैंपल की जांच की जा रही है। इससे पहले 21 मार्च को मुंगेर के युवक की कोरोना से पहली मौत हुई थी। वह कतर से लौटा था और उसकी दोनों किडनी फेल हो चुकी थी। एम्स में इलाज के दौरान युवक ने दम तोड़ दिया था।