टी बी यानी तपेदिक एक ऐसा रोग है जो अधिकतर व्यक्ति के फेफड़ों पर असर डालता है, पर बहुत कम लोग ये जानते हैं कि हड्डियां , जोड़े, गुर्दे, मस्तिष्क और ह्रदय भी टी बी से ग्रस्त हो सकते हैं। जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमज़ोर होता है , उन्हें इस बीमारी का खतरा ज़्यादा होता है और सही समय पर टी बी का यदि इलाज न हो तो ये जानलेवा भी हो सकती है। समय पर पता लगने पर टी बी का पूरी तरह से इलाज सम्भव है। सही दवा, आराम और खान -पान से कोई भी इससे उबर सकता है। सही समय पर सही दवाएं लेने के अलावा टी बी के मरीजों को ऐसे आहार खाने में शामिल करने चाहिए जिससे वो जल्दी ठीक हैं और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढे। हम आपको बताते हैं ऐसे 5 आहार :
1 लहसुन
टी बी के रोगियों के लिए लहसुन एक बहुत ही लाभदायक चीज़ है। ऐसे रोगियों को रोज़ सुबह लहसुन की दो तीन कलियाँ कच्ची ही खानी चाहिए और कम से कम दो तीन मिनट तक उन्हें चबाना चाहिए। टी बी से उबरने के लिए ये बहुत ही कारगर तरीका है।
2 दूध
हमारे दादा परदादा के समय से ही दूध के सेवन पर ज़ोर दिया जाता था क्योंकि दूध में मौजूद प्रोटीन और कैल्शियम इसे सुपर फ़ूड बनाता है। टी बी का रोगी यदि रोज़ दूध का सेवन करे तो इससे उसे कैल्शियम और प्रोटीन तो मिलेगा ही बल्कि उसकी रोग प्रतिरोधक शक्ति में भी इजाफा होगा।
3 फल
टी बी की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए फल खाना बहुत लाभदायक रहता है और वो भी ऐसे फल जिनमें विटामिन ए , ई और सी की प्रचुर मात्रा हो - यानी कि नीम्बू , संतरा , आंवला , पपीता , अमरुद और आम आदि - जिनमें इन विटामिन्स की बहुतायत होती है।
4 साबुत अनाज और सब्जियां
टी बी के रोगी के लिए एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर सब्जियां , जैसे कि ब्रोकोली , गाजर, टमाटर , शकरकंद आदि बहुत फायदेमंद रहती हैं। इसके अलावा साबुत अनाज भी खाने में शामिल करना बहुत ज़रूरी है - जैसे चना, दालें , मक्की, बाजरा आदि। इससे शरीर में शक्ति आती है और व्यक्ति जल्दी ठीक होने लगता है।
5 ग्रीन टी
टी बी के रोगियों के लिए चाय और कॉफ़ी नुकसानदायक हैं। उन्हें ग्रीन टी पीनी चाहिए जिसमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं और ग्रीन टी शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है