Wednesday 18 December 2019

अब ऐसी दिखती हैं 'नदिया के पार' वाली 'गुंजा', तस्वीरें कर देंगी हैरान

कुछ एक्ट्रेस ऐसी हैं, जो कुछ फिल्मों में दिखाई दीं और उसके बाद पर्दे से गायब हो गईं. साल 1982 में आई गोविंद मुनीस की फिल्म ‘नदिया के पार’ में नजर आने वाली लीड एक्ट्रेस साधना सिंह की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. फिल्म में सचिन पिलगांवकर और साधना सिंह अहम भूमिका में थे. यह दोनों की डेब्यू फिल्म थी. फिल्म में गुंजा का किरदार निभाने वाली साधना सिंह अचानक बड़े पर्दे से गायब हो गईं. अब उनकी कुछ तस्वीरें सामने आई हैं, जो आपको हैरान कर सकती हैं.
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सोशल मीडिया पर शेयर की तस्वीर


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साधना सिंह की नई तस्वीर उनके फेसबुक पेज पर शेयर की गई है. इस तस्वीर में वे पहचान में नहीं आ रही हैं. कई हिट फिल्में देने के बाद साधना सिंह अचानक रुपहले पर्दे से गायब हो गईं. साधना खुद बताती हैं कि उन्हें उनकी पसंद की फिल्में नहीं मिलीं, इसलिए उन्होंने घर-गृहस्थी में वक्त बिताना ज्यादा बेहतर समझा.


नदिया के पार से हुई थीं सुपरहिट


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‘नदिया के पार’ के बाद साधना उस दौर के निर्देशकों की पहली पसंद बन गईं. साधना सिंह ने ‘पिया मिलन’, ‘ससुराल’, ‘फलक’, ‘पापी संसार’ जैसी फिल्मों में काम करने के बाद अचानक फिल्मों से दूरी बना ली और अपनी शादीशुदा जिदंगी में व्यस्त हो गईं. ‘नदिया के पार’ उस दौर की सबसे बड़ी सुपरहिट फिल्मों में से एक थी.


शूटिंग के बाद दुखी हुआ था पूरा गांव

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‘नदिया के पार’ की शूटिंग जौनपुर, उत्‍तर प्रदेश के एक गांव में हुई थी. कहा जाता है कि जब इस फिल्म की शूटिंग खत्म हुई थी, तो उस गांव के लोग रोने लगे थे. शूटिंग के दौरान गांव वाले और फिल्म की कास्ट काफी करीब आ गए थे. 1 जनवरी 1982 को रिलीज यह फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी.



साधना के दीवाने हो गए थे लोग

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इसके बाद साधना जहां भी जातीं, वहां जानने वाले लोग उन्हें गुंजा कहकर पुकारते. शहरों के अलावा गांवों में भी उनसे मिलने के लिए भीड़ इकट्ठा हो जाती थी. उनके कुछ चाहने वालों ने तो अपनी बेटियों का नाम तक गुंजा रख दिया था.


एेसे मिली पहली फिल्म


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साधना सिंह अपनी बहन के साथ एक फिल्म की शूटिंग देखने गई थीं. वहीं सूरज बड़जात्या की नजर उन पर पड़ी और उन्होंने साधना को इस फिल्म की हीरोइन चुन लिया. साधना सिंह खुद भी कानपुर के एक छोटे से गांव नोनहा नरसिंह की रहने वाली हैं.




केशव प्रसाद की लिखी किताब पर बनी है फिल्म

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मशहूर लेखक केशव प्रसाद ने कई किताबें लिखी हैं. उनमें से एक है ‘कोहबर की शर्त’. फिल्म ‘नदिया के पार’ इसी किताब के पहले हिस्से पर आधारित है. जब आप किताब पढ़ेंगे, तो फिल्म से जुड़े सभी किरदार अापकी आंखों के सामने आ जाएंगे