Tuesday 9 June 2020

मुंबई / अंतिम संस्कार के बाद कोरोना रिपोर्ट आई (+), 400 से ज्यादा लोगों के उड़े होश

मुंबई / अंतिम संस्कार के बाद कोरोना रिपोर्ट आई (+), 400 से ज्यादा लोगों के उड़े होश
कोरोना संक्रमितों की संख्या देश में 2 लाख 57 हजार 486 हो गई है। रविवार को रिकॉर्ड 10 हजार 884 केस बढ़े। एक दिन पहले ही शनिवार को 10 हजार 408 मामले सामने आए थे। देश में कोरोना की मार से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र प्रभावित हुआ है। महाराष्ट्र में 3 हजार 7 रिपोर्ट पॉजिटिव आईं। एक टीवी पत्रकार समेत 91 लोगों ने दम तोड़ा। प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 3060 हो गई। राज्य में संक्रमितों की संख्या 85 हजार 975 हो गई है। इस मामले में यह चीन से आगे निकल गया है। वहां 83 हजार 43 केस आए हैं। राज्य में अब तक 3 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी पॉजिटिव मिले और 30 की मौत हुई है।

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मुंबई के एक अस्पताल की बड़ी लापरवाही

महाराष्ट्र में जहां एक तरफ कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे है वहीं यहां कई अस्पतालों की बड़ी लापरवाही भी सामने आ रही है। ताजा मामला मुंबई से सामने आया है. यहां वसई में स्थित The Cardinal Gracious Hospital ने एक व्यक्ति की डेड बॉडी बिना कोरोना रिपोर्ट आए परिजनों को सौंप दी। वहीं, परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया और कमाल की बात यह हुई कि अंतिम संस्कार में तकरीबन 400 लोग शामिल हुए। हालाकि, सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सिर्फ 20 लोग ही अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं। अंतिम संस्कार के बाद अब मृतक शख्स की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अंतिम संस्कार में शामिल हुए 400 लोगों के होश उड़ गए है।
मुंबई के वसई में स्थित The Cardinal Gracious Hospital में अरनाला गांव के रहने वाले 55 साल के व्यक्ति को लीवर की समस्या की वजह से एडमिट कराया गया था। वो 15 दिनों तक अस्पताल में रहे और बीते गुरुवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इसके बाद डेड बॉडी को कोरोना टेस्ट के लिए भेज दिया गया। वहीं, अस्पताल ने बिना रिपोर्ट आए ही डेड बॉडी परिजनों को सौंप दी।

इधर, मृतक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में 400 से अधिक लोग शामिल हुए। अगले दिन परिवार के सदस्यों को अस्पताल से फोन आया कि मृतक व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले रिश्तेदारों और पड़ोसियों में दहशत फैल गई।
वसई के स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर बालसाहेब जाधव ने कहा कि अंतिम संस्कार के अगले दिन कोरोना रिपोर्ट आई थी। हमने अस्पताल को नोटिस भेजा है। मामले में पूछताछ जारी है। अस्पताल की ओर से कहा गया कि मरीज को 15 दिन पहले भर्ती कराया गया था। पहले कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी और कोई लक्षण भी नहीं थे। उनकी मौत लीवर की बीमारी की वजह से हुई है। डेड बॉडी सौंपने से पहले उन्हें वेंटीलेटर और डायलिसिस पर रखा गया था। साथ ही परिजनों को भी कोरोना से जुड़े सभी उचित निर्देश दिए गए थे। शरीर पैक किया गया था।