मुंबई, प्रेट्र। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि तीसरे और अंतिम टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में वेस्टइंडीज पर सीरीज जीत का सबसे अच्छा पहलू यह है कि उनकी टीम आखिरकार पहले बल्लेबाजी करते हुए एक बड़ा स्कोर बनाने में सफल रही। हालांकि, भारतीय टीम ने कुछ समय से लक्ष्य का पीछा करते हुए अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन वह अगले साल टी-20 विश्व कप से पूर्व पहले बल्लेबाजी करते हुए बड़े स्कोर बनाने के प्रयास कर रही है।
कोहली ने आगे बढ़कर टीम की अगुआई की और 29 गेंदों पर 70 रन की आक्रामक पारी खेली, जिसके चलते भारत ने यहां बुधवार को वेस्टइंडीज को तीसरे व अंतिम टी-20 में 67 रन से शिकस्त दी। इस दौरान कोहली ने सात छक्के भी जड़े।
कोहली ने कहा कि मैंने पहले बल्लेबाजी करने और मैच जीतने के बारे में काफी बात की थी। उसे सिर्फ मैदान पर जाकर अंजाम देना था। ऐसा हुआ भी। मेरे पास कुछ अलग करने का मौका था, जो आमतौर पर मैं नहीं करता हूं। मैंने केएल से कहा कि अंत तक टिके रहना और मैं कोशिश करूंगा एवं मैंने कुछ शॉट खेले।'
कोहली अपनी बल्लेबाजी के कुछ अलग पहलू दिखाना चाहते थे और इसके लिए वह अपनी शादी की दूसरी सालगिरह से बेहतर दिन नहीं चुन सकते थे। उन्होंने कहा कि यह सीरीज जीत उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा के लिए 'खास तोहफा' है। उन्होंने कहा, 'यह पारी कुछ खास थी और हमारी शादी की दूसरी सालगिरह भी थी, यह खास तोहफा था। यह रात खास थी और मैंने अपनी सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक खेली।'
कप्तान की विनम्रता से कोई भी प्रभावित हो सकता था जब कोहली ने कहा कि उन्हें लगता है कि वह सभी प्रारूपों में योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, 'मैं जानता हूं कि मैं सभी प्रारूपों में योगदान दे सकता हूं। यह आपके दिमाग में होना चाहिए। मेरी भूमिका अहम होती है, क्योंकि मुझे दो भूमिकाएं निभानी होती हैं। मैं कोशिश करूंगा कि अपने को इसी तरह खेलने के काबिल बना सकूं।'
कोहली ने केएल राहुल और रोहित शर्मा की भी तारीफ की। राहुल ने 56 गेंदों पर 91 रन बनाए, जबकि रोहित ने 34 गेंदों पर 71 रन की पारी खेली। दोनों ने पहले विकेट के लिए 135 रन की साझेदारी निभाई। कोहली ने कहा, 'आपको आत्मविश्वास हासिल करने के लिए मैदान के बीच उतरकर ऐसा करना पड़ता है। मुझे लगता है कि दोनों मैदान पर इस बारे में स्पष्ट थे। जिस तरह से राहुल और रोहित खेले, वो महत्वपूर्ण है। पहले बल्लेबाजी को लेकर (इससे पहले) हम चिंतित थे और झिझक रहे थे कि क्या हमें इसके लिए जाना चाहिए या नहीं जाना चाहिए।'