
Bhojpuri actress Akshara Singh speaks on nepotism: बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद नेपाटिज्म पर बहस शुरू हो गई है। तमाम सितारों ने सिनेमा जगत में फैले भाई भतीजावाद को ही सुशांत सिंह राजपूत की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए अपनी आवाज उठाई है। एक दिन पहले फिल्म आशिकी की मुख्य अदाकारा अनु अग्रवाल ने भी बॉलीवुड पर बाहरियों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया था और अब भोजपुरी सिनेमा की तरफ से इसका विरोध शुरू हो गया है। भोजपुरी की दिग्गज अदाकारा अक्षरा सिंह ने भी नेपोटिज्म और ग्रुपिज्म के मुद्दे पर अपना गुस्सा जताया है।
अक्षरा सिंह ने बाकायदा अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है और अपनी बात रखी है।
वीडियो में अक्षरा ने 'नेपोटिज्म' से ज्यादा 'ग्रुपिज्म'
को खतरनाक बताया। उन्होंने कहा कि आज हर जगह 'नेपोटिज्म' और 'ग्रुपिज्म'
का वर्चस्व है, मगर प्रतिभा को तो सम्मान मिलना चाहिए। गैर फिल्मी
बैकग्राउंड से आने वाले प्रतिभाशाली लोगों की अनदेखी क्यों की जाती है?
गैर फिल्मी बैकग्राउंड से आये लोगों ने अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ी, फिर
ऐसा भेदभाव क्यों?
अक्षरा सिंह ने कुछ वक्त पहले सुशांत सिंह राजपूत के पटना स्थित घर जाकर उनके परिवार संग दर्द बांटा था। अक्षरा ने परिवार से सुशांत की अच्छाइयों पर काफी समय तक बात की। उन्होंने कहा था कि अक्षरा ने कहा कि आप नहीं जानते कि एक बहुत अच्छा इंसान चला गया। सुशांत को खोने का गम हर स्टार को है। भोजपुरी के कई सितारे सुशांत सिंह राजपूत के घर गए थे जिनमें खेसारी लाल यादव से लेकर पवन सिंह तक शामिल हैं।
इन सितारों ने साधा निशाना
14 जून को सुशांत सिंह राजपूत ने अपने घर पर फंदा लगाकर जान दे दी थी। कहा जा रहा है कि वह बॉलीवुड इंडस्ट्री के रवैये को लेकर डिप्रेशन में थे। उनके निधन के बाद कंगना रनौत, पायल रोहतगी, सोनू निगम, रवीना टंडन, सुष्मिता सेन, मनोज मुंतशिर, अभय देओल जैसे सितारों ने नेपोटिज्म पर निशाना साधा। इनमें से कई सितारों ने कई फिल्ममेकर्स और एक्टर्स को मूवी माफिया का नाम दिया और आरोप लगाया कि वह बाहरी व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं करते हैं।