Wednesday 24 June 2020

इरफान खान के बेटे बाबिल ने कहा, 'नेपोटिज्म के विरूद्ध आवाज उठाइए लेकिन...



सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के कारणों को लेकर कई तरह के कयास लग रहे हैं. मृत्यु के लिए बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद व गुटबाजी को भी जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोपों का दौर भी जारी है.
ऐसे में तकरीबन दो महीने पहले अपने पिता इरफान खान को खोने वाले बाबिल ने लोगों से एक अपील की है. बाबिल ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट लिखी है जिसमें उन्होंने भाई-भतीजावाद के विरूद्ध खुलकर बोलने की बात को सपोर्ट तो किया है लेकिन सुशांत के नाम की आड़ में ऐसा न करने की भी बात कही है.
नेपोटिज्म पर कहे बाबिल:बाबिल ने इरफान खान व सुशांत की फोटो शेयर करते हुए लिखा, "यह सब अभी भी नहीं सुलझ रहा. हमने दो बहुत ईमानदार व समझदार लोगों को खो दिया. यह एक अविश्वसनीय सदमा है, जिस तरह सुशांत गए. स्वाभाविक रूप से, हमकिसी न किसी पर दोषारोपण करने में लगे हैं, जो कि बहुत ही निराशाजनक बात है. क्योंकि किसी दूसरे पर गुनाह डाल कर शांति ढूंढना अच्छा नहीं है. मैं आप लोगों से आग्रह करता हूं कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए किसी को गुनाह न दें. मैं आपसे आग्रह करता हूं कि इस घटना के कारण की जाँच करना बंद करें."
बाबिल ने आगे लिखा, "यह उन लोगों के लिए व ज्यादा निराशा लाता है, जो इनके जाने के गम से गुजर रहे हैं. इसकी स्थान हमें इन लोगों के बेहतरीन कार्य को व सराहना चाहिए. मैं इतना बोलना चाहता हूं कि सुशांत के नाम का इस्तेमालकिए बिना ठीक चीजों के लिए बिलकुल खड़े होइए. अगर आप नेपोटिज्म के विरूद्ध विद्रोह करना चाहते हैं तो बिलकुल करें, लेकिन सुशांत के नाम का इस्तेमालकिसी भी कारण से न करें."
14 जून को हुआ था निधन: सुशांत ने 14 जून की प्रातः काल अपने मुंबई स्थित घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस की प्रारंभिक जाँच में पता चला कि सुशांत पिछले छह महीने से डिप्रेशन का उपचार करवा रहे थे. बोला जा रहा है कि सुशांत को एक के बाद एक सात फिल्मों से निकाला गया जिसके बाद उन्होंने आत्महत्या कर ली हालांकि अभी इस बात के कोई भी सबूत नहीं मिले हैं व पुलिस की जाँच जारी है.