Friday 5 June 2020

मिनटों में शरीर के अंदर से सारे जहरीले पदार्थ बाहर कर देगी ये पद्धति, जानें कैसे




इंसान का शरीर एक मशीन की तरह काम करता है वहीं ये बात भी सच है कि हमारा शरीर बहुत ही वैज्ञानिक तरीके से काम करता है। हमारे शरीर का कोई अंग ऐसा नहीं है जिसका मतलब नहीं होता है हर चीज का कोई न कोई मतलब जरूर होता है और ध्‍यान दने वाली बात तो ये हैं कि हमारे शरीर में अगर कोई भी परेशानी आती है उससे पहले ही हमें संकेत भी मिलने लगता है ये संकेत खुद हमारा शरीर ही देता है।
आज के समय में हर कोई चाहता है कि वो स्‍वस्‍थ रहे लेकिन इस भागदौड़ भरी जिंदगी में स्‍वस्‍थ होना आसान नहीं है यही कारण है कि स्‍वास्‍थय के प्रति लोगों में जागरूकता बढती जा रही है लोग अपने स्वाथ्य को लेकर सचेत होते जा रहे हैं। वैसे हम सभी ये तो जानते ही हैं कि आजकल हर तरफ प्रदूषण रहता है जिसकी वजह से हमारे शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है शरीर में कई तरह के टॉक्सिक जमने लगते हैं जो आगे चलकर बहुत ज्‍यादा ही हानिकारक साबित होते हैं।
एक स्वस्थ्य जिंदगी का सबसे बड़ा राज यह है कि अपने शरीर से विषैले तत्वों को निकाला जाए इसलिए अब तक आप अपने शरीर के साथ जो बुरा करते आए हैं, उन्हें सुधार लें। आज हम आपको कुछ ऐसा तरीका बताने जा रहे जिसे अपनाकर आप अपने शरीर में मौजूद विषैले तत्वों से छुटकारा पा सकते हैं। आज हम आपके लिए शरीर से विषैले तत्वों को निकालने का एक नायब तरीका लेकर आये हैं, जिससे आप अपने शरीर में मौजूद विषैले तत्वों को निकल सकते हैं।
रोजाना जब हम अपने खान-पान का ध्यान नहीं रखेंगे, समय से व्यायाम नहीं करेगे और तैलीय खाद्य पदार्थ ग्रहण करेंगे तो धीरे-धीरे हमारा शरीर अंदर से कमजोर होने लगता है। साथ ही हमारी ये बुरी आदतें शरीर में ऐसे तत्व बनाने लगती हैं जो किसी ‘जहर’ से कम नहीं है। हमारे पांव ही हमें ऐसे टॉक्सिन को निकालने में मदद कर सकते हैं। इसे बाहर निकालने के लिए ये नायाब तरीका है। लोग आसानी से इसे अपने घर में प्रयोग कर सकते हैं और इससे किसी भी तरह का साइड इफेक्‍ट नहीं होगा।
दरअसल यह एक प्रकार की थेरैपी है, जो प्राचीन समय से चली आ रही है। लेकिन आजकल इसमें कुछ तकनीक भी जोड़ दी गई है ताकि इसे मॉडर्न बनाया जा सके। यह ‘फुट थेरैपी’ कहलाती है, जिसमें हमें अपने पांवों को कम से कम 30 मिनट तक पानी में रखना होता है। यह तरीका काफी प्रसिद्ध भी है। इसके लिए पांव अच्छे से धोकर, गर्म पानी में 30 मिनट के लिए रखे जाते हैं।
ये पानी आम पानी नहीं होता हैं इसमें कुछ खास किस्म की क्रीम और लिक्विड मिलाये जाते हैं। इस प्रक्रिया के तहत आपके शरीर में जितने भी टॉक्सिक मौजूद हैं वो सब धीरे धीरे निकल जायेंगे, शरीर में टॉक्सिक होने के वजह से तरह तरह की बीमारिया जन्म लेती हैं, निद्रा, तनाव, मुंहासे, आलस, वजन का कंट्रोल से बाहर होना, डिप्रेशन, पाचन बिगड़ना, स्त्रियों में मासिक चक्र का बिगड़ना और दिमागी कमजोरी जैसी बिमारियों की वजह बन जाते है।