Saturday 6 June 2020

जयमाला और फेरे के बाद दूल्हे के पैर पर नजर पड़ते ही चीख पड़ी दुल्हन, बोली मैं इसके साथ नहीं जाऊंगी

जयमाला और फेरे के बाद दूल्हे के पैर पर नजर पड़ते ही चीख पड़ी दुल्हन, बोली मैं इसके साथ नहीं जाऊंगी

महोबा में बिन दुल्हन लौटी बरात
जिससे बरात बिना दुल्हन के बैरंग लौट गई। कस्बे के बस स्टैंड निवासी देवेंद्र कुमार पुत्र स्व. दीनदयाल रैक्वार की शादी थाना अजनर के ग्राम कुढ़ई गुढ़ा निवासी एक युवती से तय हुई थी।

महोबा में बिन दुल्हन लौटी बरात
बुधवार की शाम को बैंडबाजों के साथ बरात शादी घर पहुंची। जहां पर हंसी खुशी के साथ वैवाहिक रस्में हुईं। वर और वधू ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई और अग्नि के सात फेरों तक शादी के कार्यक्रम हुए।

महोबा में बिन दुल्हन लौटी बरात
शादी घर में पूरी रात हंसी-खुशी का माहौल रहा। गुरुवार की सुबह विदाई की तैयारियां चल रही थीं, तभी दुल्हन ने विदा कराने से इंकार कर दिया। उसने दूल्हे पर आरोप लगाया कि उसके हाथ-पैर कांपते हैं, इसलिए वह उसके साथ नहीं जाएगी।

बिन दुल्हन लौटी बरात
रात में अधिक भीड़ होने के कारण वह दूल्हे को ठीक से देख नहीं पाई। दुल्हन के इंकार करने पर वर और वधू पक्ष के लोगों ने काफी समझाया, लेकिन दुल्हन ने एक नहीं सुनी और विदा कराने को तैयार नहीं हुई। बाद में, पुलिस को सूचना दी गई।

मौके पर मौदूज बराती
मौके पर पहुंचे सब इंस्पेक्टर आरबी शुक्ला ने भी दुल्हन को समझाया, लेकिन बात नहीं बनी। पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्षों की सहमति के बाद विवाह संबंध खत्म कराया। बरात बिना दुल्हन के लौट गई।