Saturday 20 June 2020

अभय देओल ने फिल्म इंडस्ट्री के खिलाफ निकाली भड़ास, 'अवॉर्ड्स ने रितिक रोशन को बना दिया लीड और मुझे सपोर्टिंग एक्टर'



नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बाद सोशल मीडिया से लेकर बॉलीवुड सेलेब्स में बहस चल रही हैं। बहस का मुद्दा है नेपोटिज्म और अब एक-एक करके स्टार्स नेपोटिज्म की बहस में अपना अपना पक्ष रख रहे हैं। इस बहस में अब एक्टर अभय देओल का नाम भी जुड़ गया है। अभय देओल ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर उदाहरण देते हुए फिल्म इंडस्ट्री के खिलाफ अपनी बात रखी हैं।
एक्टर की फिल्म जिंदगी ना मिलेगी दोबारा काफी हिट हुई थी और आज भी लोग फिल्म को देखना पसंद करते हैं। वहीं, इस फिल्म में अक्षय देओल समेत कई एक्टर्स के काम को पसंद किया गया था और अब अभय देओल ने इस फिल्म का उदाहरण देते हुए नेपोटिज्म की बात कही है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर फिल्म की एक फोटो शेयर करते हुए लंबा सा नोट लिखा है। अभय देओल के इस पोस्ट के बाद ट्विटर पर भी इसकी काफी चर्चा हो रही है और अभय देओल पोस्ट लिखने के बाद ट्रेंड भी कर रहे थे।

क्या बोले अभय देओल?
अभय देओल ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा- 'फिल्म जिंदगी ना मिलेगी दोबारा 2011 में रिलीज हुई थी, आजकल हर रोज मैं इस फिल्म का नाम मेरे लिए जपता रहता हूं। जब भी मैं बहुत चिंतित या तनाव में रहता हूं तो इस फिल्म को देखता हूं। मैं यह उल्लेख करना चाहूंगा कि सभी अवार्ड फंक्शंस ने मुझे और फरहान को मेन लीड्स से डिमोट किया और हमें 'सपोर्टिंग एक्टर्स' के तौर पर नामांकित किया गया।'
उन्होंने आगे कहा, 'रितिक और कटरीना को एक 'एक्टर्स इन ए लीडिंग रोल' के रूप में नॉमिनेट किया गया था। फिल्म इंडस्ट्री के तर्क से, यह एक आदमी और एक महिला के प्यार में पड़ने वाली कपल्स की फिल्म थी, जिसमें पुरुष के दोस्त उसे हौंसला देते हैं कि वह अपने प्यार के संबंध में जो भी निर्णय लेगा, दोनों दोस्त उसका साथ देंगे। ऐसे कई गुप्त और ओपन तरीके हैं, जिनसे लोग फिल्म इंडस्ट्री में आपके खिलाफ पैरवी करते हैं। इस मामले में यह इंडस्ट्री बेशर्म था। मैंने बेशक अवॉर्ड्स का बहिष्कार किया, लेकिन फरहान को इससे कोई दिक्कत नहीं है।
साथ ही उन्होंने अपने इस नोट के अंत में व्यंग्य के रूप में लिखा है - 'फैमिलीफेयरवार्ड्स'। इस एक शब्द में अभय देओल ने सीधी फिल्म इंडस्ट्री पर निशाना साधा है।