
10 मीटर एयर राइफल की वर्ल्ड चैंपियन शूटर अपूर्वी चंदेला मन को शांत रखने के लिए मेंटल ट्रेनिंग, योग व मेडिटेशन को महत्वपूर्ण मानती हैं. वे कहती हैं जिस तरह रोज पूजा-पाठ करते हैं, उसी तरह से ये चीजें ज़िंदगी का भाग होनी चाहिए.
10 मीटर एयर राइफल की वर्ल्ड चैंपियन शूटर अपूर्वी चंदेला का मानना है कि टूर्नामेंट होना बहुत-बहुत महत्वपूर्ण है. इससे खिलाड़ियों का मोटिवेशन बढ़ता है. संसार की नंबर-1 राइफल शूटर रह चुकी अपूर्वी टोक्यो ओलिंपिक के लिए कोटा दिला चुकी हैं. कोविड-19, लॉकडाउन व टोक्यो ओलिंपिक को लेकर उनसे वार्ता के अंश
1. लॉकडाउन के दौरान आपने घर में ही प्रैक्टिस की. मैच प्रैक्टिस नहीं होने से कितना फर्क पड़ता है? काफी शूटर अपने शहर की शूटिंग रेंज में प्रैक्टिस के लिए जाने लगे हैं. यह अच्छी बात है. जहां तक प्रैक्टिस न कर पाने की बात है तो मैच, टूर्नामेंट, कॉम्पिटीशन बहुत-बहुत महत्वपूर्ण है. यहां तक कि फ्रेंडली मैच भी बहुत ज्यादा जरूरी होते हैं. खिलाड़ी उन्हीं के अनुसार तैयारी करते हैं. इससे उनका मोटिवेशन भी बढ़ता है.
2. ओलिंपिक के आयोजन पर संशय की स्थिति है. कितना कठिन समय है?
यह समय खिलाड़ी के लिए मुश्किल है. ऐसे में सकारात्मक रहना बहुत महत्वपूर्ण है. हमें परिस्थितियां सामान्य होने तक इंतजार करना होगा. हालांकि, यह भी महत्वपूर्ण है कि खिलाड़ी प्रैक्टिस जारी रखें व फिटनेस पर ध्यान दें.
यह समय खिलाड़ी के लिए मुश्किल है. ऐसे में सकारात्मक रहना बहुत महत्वपूर्ण है. हमें परिस्थितियां सामान्य होने तक इंतजार करना होगा. हालांकि, यह भी महत्वपूर्ण है कि खिलाड़ी प्रैक्टिस जारी रखें व फिटनेस पर ध्यान दें.
3. स्टेडियम खुल चुके हैं. लेकिन खिलाड़ी नहीं पहुंच रहे हैं. ऐसा क्यों?
खिलाड़ी स्टेडियम इसलिए नहीं पहुंच पा रहे हैं क्योंकि ज्यादातर अपने-अपने घर चले गए हैं. कई प्रदेश व जिले रेड जोन में हैं. अभी आने-जाने की सुविधाएं भी ज्यादा नहीं हैं. उम्मीद है कि जल्द ही सबकुछ सामान्य हो जाएगा.
खिलाड़ी स्टेडियम इसलिए नहीं पहुंच पा रहे हैं क्योंकि ज्यादातर अपने-अपने घर चले गए हैं. कई प्रदेश व जिले रेड जोन में हैं. अभी आने-जाने की सुविधाएं भी ज्यादा नहीं हैं. उम्मीद है कि जल्द ही सबकुछ सामान्य हो जाएगा.
4.कोविड-19 के समय मेंटल व फिजिकल ट्रेनर की कितनी आवश्यकता होती है?
मेंटल व फिजिकल ट्रेनिंग तो खिलाड़ियों के लिए बहुत अहम है. इससे पॉजिटिव फ्रेम ऑफ माइंड में रहते हैं. वर्कआउट के साथ-साथ मन को शांत रखने के लिए मेंटल ट्रेनिंग, योग व मेडिटेशन बहुत ही महत्वपूर्ण है. जिस तरह रोज पूजा-पाठ करते हैं, उसी तरह से ये चीजें ज़िंदगी का भाग होनी चाहिए.
मेंटल व फिजिकल ट्रेनिंग तो खिलाड़ियों के लिए बहुत अहम है. इससे पॉजिटिव फ्रेम ऑफ माइंड में रहते हैं. वर्कआउट के साथ-साथ मन को शांत रखने के लिए मेंटल ट्रेनिंग, योग व मेडिटेशन बहुत ही महत्वपूर्ण है. जिस तरह रोज पूजा-पाठ करते हैं, उसी तरह से ये चीजें ज़िंदगी का भाग होनी चाहिए.
5. लॉकडाउन में आपने क्या किया?
परिवार व पेट्स के साथ समय बिताया. मेरा दिन प्रातः काल 5.30 बजे से प्रारम्भ होता था. घर की साफ-सफाई करती. एक तरह से ये भी मेरी एक्ससाइज का भाग बन गई थी. मैंने फोटोग्राफी सीखना भी प्रारम्भ किया. इसमें गगन भैया (गगन नारंग) व अंकल ने मदद की. मुझे नेचर व वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी पसंद है. मैंने प्रतिदिन शूटिंग प्रैक्टिस भी जारी रखी.
परिवार व पेट्स के साथ समय बिताया. मेरा दिन प्रातः काल 5.30 बजे से प्रारम्भ होता था. घर की साफ-सफाई करती. एक तरह से ये भी मेरी एक्ससाइज का भाग बन गई थी. मैंने फोटोग्राफी सीखना भी प्रारम्भ किया. इसमें गगन भैया (गगन नारंग) व अंकल ने मदद की. मुझे नेचर व वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी पसंद है. मैंने प्रतिदिन शूटिंग प्रैक्टिस भी जारी रखी.