Friday 19 June 2020

नॉटिंघम में आज ही के दिन हुई थी रनों (481/6) की बरसात, हेल्स-बेयरस्टो ने ठोके थे तूफानी शतक


नर्ई दिल्ली : आज ही के दिन दो साल पहले यानी 2018 में क्रिकेट प्रेमियों को वनडे फॉर्मेट की एक पारी में 500 रन बनते दिख रहे थे। मौका था नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज मैदान पर इंगलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए मैच का। सीरीज के तीसरे मैच में इंगलैंड के सभी बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए 481 रन ठोक दिए। हालांकि एक समय ऐसा भी लग रहा था कि इंगलैंड 500 का आंकड़ा छू लेगा लेकिन आखिरी ओवरों में बने कम रनों के कारण ऐसा संभव नहीं हो पाया।
बहरहाल, इंगलैंड को जेसन रॉय और बेयरस्टो ने तूफानी शुरूआत दी। पहले 20 ओवरों में ही टीम का स्कोर 160 रन हो गया था। जेसन ने 61 गेंदों में चार छक्कों और सात चौकों की मदद से 82 रन बनाए। बेयरस्टो ने इसके बाद एलेक्स हेल्स के साथ मिलकर महज 14 ओवरों में 161 रन की साझेदारी की।
बेयरस्टो जब पवेलियन लौटे तो इंगलैंड 34.1 ओवरों में 310 रन तक पहुंच चुका था। बेयरस्टो ने 92 गेंदों पर 15 चौकों और पांच छक्कों की मदद से 139 रन बनाए। नए बल्लेबाज बटलर खुद खास नहीं कर पाए लेकिन कप्तान इयोन मोर्गन ने मोर्च संभाल लिय। एलेक्स और मोर्गन ने महज 59 गेंदों में 124 रन की पार्टनरशिप की। एलेक्स ने 92 गेंदों में 16 चौकों और पांच छक्कों की मदद से 147 रन बनाए।

अंत के ओवरों में कप्तान मोर्गन 3 चौके और छह छक्कों की मदद से 67 रन बनाकर इंगलैंड को वनडे इतिहास के सबसे बड़े रिकॉर्ड पर पहुंचा दिया। ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज एंड्रयू टाय इस दौरान सबसे महंगे गेंदबाज रहे। उन्होंने महज 9 ओवरों में 100 रन लुटा दिए।

बता दें कि इससे पहले भी वनडे में सर्वोच्च रन बनाने का रिकॉर्ड इंगलैंड के ही नाम था। इंगलैंड ने 2016 में पाकिस्तान के खिलाफ इसी नॉटिघम के मैदान में 443 रन बनाए थे।
बहरहाल, लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम जल्द रन बनाने के चक्कर में विकेट पर विकेट गंवाती रही। ऑस्ट्रेलिया महज 239 रन ही बना पाया। इस तरह वनडे क्रिकेट में उन्हें अपनी सबसे बड़ी हार देखने को मिली।