Saturday 18 April 2020

इस खिलाड़ी ने पैर की हड्डी टूटने के बाद भी खेला था वर्ल्ड कप, हुआ खुलासा


हाल ही में covid-19 के कारण लॉकडाउन है। इसके चलते बुधवार को मोहम्मद शमी ने टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान से इंस्टाग्राम लाइव पर बातचीत की और इस दौरान उन्होंने कई बड़े खुलासे किये। शमी ने बताया कि उन्होंने वर्ल्ड कप 2015 पैर में फ्रैक्चर के बावजूद खेला था। शमी ने बताया कि वो हर मैच से पहले पेन किलर खाते थे और मैच के बाद उनके घुटने से 40-40 मिलीलीटर फ्लूड निकलता था।

शमी का बड़ा खुलासा:

मोहम्मद शमी ने इरफान पठान को बताया, ' 2015 में मेरा फ्रैक्चर हो गया था, फीजियो ने मुझे बताया कि ठीक होने में 4 से 6 महीने लग सकते हैं। अब अगले हफ्ते से वर्ल्ड कप शुरू होना था तो इस पर मुझे फीजियो ने कहा कि या तो घर चले जाओ या अगर दर्द बर्दाश्त कर सकते हो तो पेन किलर लेकर खेल सकते हो।' शमी ने कहा कि उन्होंने वर्ल्ड कप खेलने का फैसला किया। इसके बाद उन्होंने बताया, 'पहले ही मैच में मुझे चोट लग गई थी, आपको यकीन नहीं होगा मेरे घुटने और जांघ का एक साइज था।'


शमी ने खुलासा किया, 'मैं हर मैच के बाद डॉक्टर के पास जाता था और मेरे घुटने से 40 से 50 मिलीलीटर फ्लूड निकलता था। हर मैच में मैं 3-3 पेन किनर लेता था। डॉक्टर ने भी मुझे हाथ जोड़ लिये थे। मैं नियमों के मुताबिक 2 एमएल स्टेरॉइड लेता था।


शमी ने बताया कि ऐसे वक्त पर धोनी ने उन्हें आत्मविश्वास दिया। शमी ने कहा, 'माही भाई ने मुझे बहुत आत्मविश्वास दिया। धोनी ने कहा कि मुझे तुझपर भरोसा है, किसी और से कराऊंगा वो भी मार खाएगा। उन्होंने कहा 60 रन से ज्यादा मत देना, मैंने कहा- इतना तो मरते-मरते कर जाऊंगा।'