Friday 17 April 2020

यहां लॉकडाउन में राशन कार्ड गिरवी रखकर पैसे ले रहे हैं दिहाड़ी मजदूर


पुरुलिया (पश्चिम बंगाल). कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में जारी लॉकडाउन (Lockdown) के बीच पश्चिम बंगाल सरकार (West bengal) ने अगले छह महीने तक मुफ्त में राशन बांटने की योजना शुरू किए जाने के बाद पुरुलिया जिले के झालद ब्लॉक में पैसे के बदले कई लोगों द्वारा राश्न कार्ड (Ration Card) को गिरवी रखने की घटना सामने आई है.

जिला अधिकारियों ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही उचित कार्रवाई की गई और सभी राशन कार्ड उनके असली मालिकों को लौटाए गए.

उन्होंने बताया कि झालदा ब्लॉक-1 के सरजूमातुर इलाके में दिहाड़ी मजदूरों ने पांच से 30 हजार रुपये के बदले में साहूकारों के पास अपने राशन कार्ड गिरवी रखे थे. ऐसा इस इलाके में लंबे समय से किया जा रहा था. 20 से अधिक परिवारों के राशन कार्ड साहूकारों के पास मिले.

झालदा के प्रखंड विकास अधिकार (बीडीओ) राजकुमार बिस्वास ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा, '' साहूकार और राशन कार्ड गिरवी रखने वाले दिहाड़ी मजदूर दोनों ने कानून का उल्लंघ किया हैं. यह गैरकानूनी है, कोई सरकारी सम्पत्ति कैसे गिरवी रख सकता है? जैसे ही हमें इस मामले का पता चला, हमने कार्ड लेकर उनके असली मालिकों को लौटा दिए ताकि वे राशन ले सके.''बिस्वास ने कहा कि साहूकारों ने हमें लिखित में दिया है कि वे ऐसा दोबारा नहीं करेंगे. गौारतलब है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने पिछले महीने साढ़े सात करोड़ लोगों को सितम्बर तक मुफ्त में राशन देने की घोषणा की थी.