दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी कि दिल्ली में अभी तक कोरोना वायरस के 219 मामले सामने आए हैं। इनमें 51 मामले विदेश से आए लोगों के हैं, 108 केस मरकज के हैं। जबकि 29 मामले वो हैं जो विदेश से आए थे उनसे उनके परिवार वाले संक्रमित हो गए। अब तक चार (इसमें दो मरकज वाले) लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि निजामुद्दीन मरकज से लाए गए 2046 लोगों में से 1810 लोगों को क्वारंटीन किया गया और 536 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। सभी 2046 व्यक्तियों की जांच की जा रही है। इसके कारण आने वाले दिनों में कोरोना के मामले बढ़ने की आशंका है।
सार्वजनिक वाहनों के चालकों को मिलेगी 5-5 हजार की मदद
दिल्ली सरकार ऑटो और ई-रिक्शा समेत अन्य सार्वजनिक परिवहन मुहैया कराने वाले सभी चालकों को आर्थिक मदद देने की योजना पर काम कर रही है। अगले एक सप्ताह में इनके बैंक खाते में पैसा पहुंच जाएगा। दूसरी तरफ सरकार ने करीब दस लाख लोगों के खाने का इंतजाम किया है। रामनवमी पर दिल्लीवालों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपील की कि सब प्रण लें कि उनके आसपास कोई भूखा नहीं रहेगा।
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से गरीबों व बेसहारा लोगों पर बड़ी मार पड़ रही है। इसमें एक तबका ऑटो, टैक्सी, आरटीवी, ई-रिक्शा और ग्रामीण सेवा देने वालों का है। बीते कुछ दिन से अपनी कमाई बंद होने की जानकारी देने के साथ यह लोग मदद की अपील भी कर रहे हैं। दिल्ली सरकार इस दिशा में काम कर रही है।
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि असर दिक्कत इन लोगों का सरकार के पास अकाउंट न होने से आ रही है। सरकार इस पर काम कर रही है। अगले एक सप्ताह में इसका सिस्टम तैयार कर लिया जाएगा। इसके बाद सरकार इन लोगों को 5-5 हजार रुपये की आर्थिक मदद देगी। इससे इन लोगों की जिंदगी भी थोड़ी आसान हो जाएगी। केजरीवाल ने इन लोगों से इस बीच धैर्य रखने की अपील भी की है।
दस लाख लोगों के खाने का इंतजाम
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार ने दस लाख लोगों के खाने का इंतजाम किया है। बुधवार को छह लाख से ज्यादा लोगों ने दोपहर का भोजन किया, जबकि 5.95 लाख लोगों ने रात का भोजन। केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में मांग से ज्यादा का इंतजाम कर रखा है। किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है। केजरीवाल ने रामनवमी की दिल्लीवालों को बधाई देते हुए कहा कि सभी लोग यह सुनिश्चित कर लें कि उनके आसपास कोई भूखा न सोने पाए।
