आईपीएल के पिछले कई सीजन में दिल्ली कैपिटल्स के लिए धमाकेदार प्रदर्शन करने वाले क्रिस मॉरिस इस बार विराट कोहली के नेतृत्व वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए आईपीएल खेलते नजर आएंगे। साउथ अफ्रीका का यह खिलाड़ी आईपीएल के उन खिलाड़ियों में से एक है जो निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए मैच का रुख बदल देता है। शायद इसी वजह से इन्हें इस बार आईपीएल में 10 करोड़ में खरीदा आरसीबी द्वारा खरीदा गया।
एरोन फिंच को खरीदना चाहती थी मुंबई इंडियंस
क्रिस मॉरिस ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें कोई भी टीम अपने फ्रेंचाइजी का हिस्सा बनाना पसंद करेगी शायद इसी वजह से मुंबई इंडियंस भी क्रिस मॉरिस को अपने फ्रेंचाइजी का हिस्सा बनाना चाहती थी, लेकिन अगर हम कहें कि क्रिस मॉरिस को खरीदने के लिए मुंबई इंडियंस के पास पैसे नहीं थे तो आपको शायद अजीब लगेगा लेकिन बात यहीं थी। जब मुंबई इंडियंस क्रिस मॉरिस को खरीदने के लिए बोली लगा रही थी उस दौरान उनके पर्स में इतने पैसे नहीं थे कि वह आगे आरसीबी के सामने बोली लगा सकें।
मुंबई इंडियंस को पड़ गई पैसे की कमी
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि आईपीएल नीलामी के दौरान कोई भी टीम 80 करोड़ तक खर्च कर सकती है। जिसमें आगामी आईपीएल सीजन के नीलामी के वक्त मुंबई इंडियंस के पास 13.05 करोड़ रुपये बचे हुए थे। और उन्होंने ऑक्शन के शुरुआत में ही दो करोड़ में क्रिस लिन और 50 लाख में सौरभ तिवारी को खरीद लिया। अब मुंबई के पास 10.55 करोड मौजूद थे। नीलामी के दौरान आरसीबी ने क्रिस मॉरिस के लिए 10 करोड़ की बोली लगा दी। और मुंबई पीछे हट गई। शायद मुंबई को और खिलाड़ियों को अपने फ्रेंचाइजी का हिस्सा बनाना था इसीलिए उन्होंने क्रिस मॉरिस पर अपने सभी पैसे खर्च करना सही नहीं समझा। इसके बाद मुंबई ने 8 करोड में नाथन कूल्टर नाइल को खरीदा एवं मोहसिन खान (20 लाख) और दिग्विजय सिंह (20 लाख) बलवंत राय 20 लाख को टीम का हिस्सा बनाया।