मध्यप्रदेश के धार ज़िले से बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है। बुधवार को धार जिले के मनावर क्षेत्र में अपनी रकम वसूलने आए किसानों पर ग्रामीणों ने बच्चा चोर समझकर हमला कर दिया, जिसमें एक किसान की मौत हो गई, 5 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। किसानों के साथ मारपीट का वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो आपको विचलित कर सकता है।
मध्यप्रदेश के धार जिले में मजदूरी की रकम वसूल करने आए किसानों पर भीड़ ने हमला कर दिया। दरअसल उज्जैन के किसानों गणेश, रवि, राधेश्याम, नरेंद्र और जगदीश ने पांच लोगों को सेलरी एडवांस के तौर पर 50-50 हजार रुपए दिए। जिन लोगों को रुपए दिए गए उनके नाम अवतार, जाम सिंह, महेश, राजेश और सुनील हैं। पैसे लेने वालों पांचों लोगों ने वादा किया था कि वो खेत पर काम करेंगे। लेकिन परिवार में शादी पर छुट्टी लेने के बाद वो काम पर नहीं लौटे।
सूत्रों के मुताबिक जब पैसे देने वालों ने इनसे संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि उज्जैन में खेत पर काम पर नहीं लौट सकेंगे। तो इस पर दूसरे पक्ष ने एडवांस में ली गई रकम वापस करने को कहा तो पैसे लेने वालों ने उनसे कहा कि वह धार गाँव में आकर पैसे ले जाएँ। जब दूसरे पक्ष के किसान गाँव में पहुंचे तो उन पर पत्थरों और लाठियों से हमला कर दिया।
जब उज्जैन के किसानों ने वहां से भागने की कोशिश की तो एडवांस रकम लेने वाले किसानों ने शोर मचा दिया कि वह बच्चा चुराने वाले गिरोह से हैं। जिसके बाद गाँव वाले वहां एकत्र हो गए और दूसरे पक्ष को बुरी तरह लाठी-पत्थरों से मारा। इससे गणेश नाम के शख्स की मौत हो गई तथा 5 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की जानकारी 100 नंबर किसी ने दी, पुलिस को भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े।
पुलिस ने इस भीड़ हिंसा मामले में अभी 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। 40 अन्य के खिलाफ हत्या और हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया है। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए पुलिस के विशेष बल का गठन किया गया है। साथ ही मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में मनावर पुलिस थाना के नगर निरीक्षक सहित छह पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।
वहीं इस मॉब लिंचिंग को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ घटना की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि कमलनाथ सरकार सो रही है। कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट है।