Saturday 28 March 2020

घर बैठे अब सिर्फ 75 रुपए में होगा कोरोना टेस्ट, 10 मिनट में मिलेगा रिजल्ट


कोरोना वायरस (Coronavirus) में सबसे बड़ी समस्या है टेस्ट किट की कमी। टेस्ट किट (Coronavirus Test Kit) की कमी की वजह से कई देशों में संक्रमण के मरीजों की जांच तक नहीं हो पा रही है। जिसकी वजह से संक्रमित लोगों का पता नहीं लग पा रहा है। ऐसे में जल्द ही एक बड़ी कामयाबी मिलने वाली है। रिसर्चर्स ने उस टेस्ट किट का ट्रायल शुरू कर दिया है, जिससे घर बैठे सिर्फ 10 मिनट में कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच की जा सकती है। इस टेस्ट किट की कीमत भी सिर्फ 1 डॉलर यानी करीब 75 रुपए होगी। अगर टेस्ट का ट्रायल सफल रहता है और ये सभी मानकों पर खरी उतरती है तो इसका बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू हो जाएगा।

सेनेगल और यूके में इसकी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट लगाई जाएगी। सबसे पहले टेस्ट किट को अफ्रीकी देशों को उपलब्ध करवाया जाएगा। ऐसी उम्मीद जाहिर की जा रही है कि जून तक ये उपलब्ध हो जाएगा। अल जजीरा की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस परियोजना से जुड़े पाश्चर इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर अमदौ सल ने बताया है कि सबसे पहले वो अफ्रीकी देशों में टेस्ट किट उपलब्ध करवाएंगे। अमदौ सल की कंपनी ने एक ब्रिटिश बायोटेक कंपनी मोलोजिक के साथ मिलकर टेस्ट किट का प्रोटोटाइप तैयार कर लिया है। उस ब्रिटिश बायोटेक कंपनी ने ही क्लियरब्लू प्रेगनेंसी टेस्ट किट बनाया है। सल और उनके रिसर्चर की टीम सेनेगल में काम कर रही है। इसे पहले इस टीम ने डेंगू और यलो फीवर की वैक्सीन बनाने में कामयाबी पाई थी।
टेस्ट किट के तैयार होने के बाद ये यूके में भी उपलब्ध होगी। सल के मुताबिक उनके संस्थान में 40 लाख टेस्ट किट सालाना बनाने की क्षमता होगी। इस टेस्ट किट को बनाने वाले अभी इस बात को बताने में असमर्थ हैं कि क्या दूसरे देशों में भी इसके मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट्स लगाए जा सकते हैं। अल जजीरा से बात करते हुए मोलोजिक कंपनी के डायरेक्टर जो फिचेट ने कहा है कि जब कोरोना वायरस का संक्रमण पैदा हुआ तो उन्हें उसी वक्त लग गया था कि अफ्रीकी देशों को काफी नुकसान होगा। इस टेस्ट किट के जरिए दुनिया के किसी भी हिस्से में बड़ी आसानी से तुरंत संक्रमण की जांच की जा सकती है। इससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।
जो फिचेट की कंपनी को यूके की सरकार और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन फंड कर रही है। इसलिए टेस्ट किट की कीमत इतनी कम है। जो फिचेट का कहना है कि उनकी कोशिश होगी की किट की कीमत कम से कम रखी जाए। नोवल कोरोना वायरस का अभी तक कोई वैक्सीन नहीं खोजा जा सका है। इसके कोई पुख्ता इलाज भी नहीं ढूंढा जा सका है। ऐसे में सस्ता टेस्ट किट संक्रमण को रोकने में गेम चेंजर साबित हो सकता है। ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच करके संक्रमण के फैलने पर काबू पाया जा सकता है। वायरस के ट्रांसमिशन को रोककर बीमारी से निपटा जा सकता है।

बता दे, कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया में फैल रहा है। दुनिया भर में अब तक कोरोना वायरस का संक्रमण करीब 6 लाख लोगों में फैल चुका है, जिनमें से लगभग 27 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से अब तक 1.30 लाख लोग सही होकर अपने घरों को भी लौट चुके हैं। भारत में अब तक 900 मामले सामने आ चुके है। वहीं, 84 लोग इस वायरस से निजात पा चुके है। इसके अलावा 21 लोगों की इस वायरस की वजह से मौत हो चुकी है।
Article Source: Dailyhunt