Wednesday 12 February 2020

कभी टीम इंडिया के बेहतरीन फील्डर रहे रॉबिन सिंह, अब बने UAE क्रिकेट के निदेशक


रॉबिन सिंह ने 1989 से 2001 के बीच भारत के लिए एक टेस्ट और 136 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले है। वेस्टइंडीज के द्वीप त्रिनिदाद में जन्में रॉबिन अपने दौर के बेहद चुस्त फिल्डर माने जाते थे। उन्होंने अपनी शानदार फील्डिंग के दम पर भारत को कई अहम मैच में जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई। कभी पढ़ाई के इरादे से भारत आने वाले रॉबिन एक समय टीम का अहम हिस्सा बन गए थे।
रॉबिन सिंह ने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 25.95 के औसत से 2236 रन बनाए जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 100 रन रहा। साथ ही उन्होंने 69 विकेट भी चटकाए और 22 रन पर पांच विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। भारत के इस स्टार ऑलराउंडर ने तीन अप्रैल 2001 को क्रिकेट को अलविदा कह दिया। 1998 में जिम्बाब्वे के खिलाफ उन्होंने अपना पहला और आखिरी टेस्ट खेला ‌था।
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद रॉबिन सिंह कोचिंग से जुड़ गए। उन्होंने 2004 में भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम से अपने कोचिंग करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वह हॉन्ग कॉन्ग नेशनल टीम के कोच बने और 2006 में एशिया कप के लिए टीम को क्वालीफाई करवाया। इसके बाद भारतीय नेशनल टीम ए के कोच बने और गौतम गंभीर और रॉबिन उथप्पा जैसे खिला‌ड़ियों को ट्रेनिंग दी।
2007 में वह भारतीय टीम के फील्डिंग कोच बने और 2008 में आईपीएल में डेक्कन चार्जर्स के पहले मुख्य कोच बने। इसके अलावा 2013 से कैरेबियाई प्रीमियर लीग में बारबडोस ट्राइडेंट्स और यहां टी-10 लीग में टी-10 फ्रेंचाइजियों से जुड़े रहे हैं।
कहा जाता है कि रॉबिन सिंह के पूर्वज करीब 150 साल पहले वेस्टइंडीज में जाकर बस गए थे। उन्होंने क्रिकेट भी त्रिनिदाद में खेलना शुरू किया। बताया जाता है कि एक बार भारत से हैदराबाद ब्लू नाम की टीम वेस्टइंडीज में टूर्नामेंट खेलने गई। उस समय रॉबिन सिंह हैदराबद ब्लू के खिलाफ मैदान पर उतरे थे और शानदार प्रदर्शन किया था।
उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए इब्राहिम नाम के एक व्यक्ति ने उन्हें भारत आने का न्योता दिया। 1982 में 19 साल की उम्र में वे मद्रास आ गए और यहां की यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स की डिग्री ली। पढ़ाई में साथ ही उन्होंने खेलना भी जारी रखा। फिर उन्हें यहां की नागिरता भी मिल गई।

आपको बता दें कि रॉबिन यूएई में कोचिंग क्लीनिक भी चलाते रहे हैं।