नई दिल्ली। फिक्सिंग...वो जाल जिसमें फंसने के बाद कोई खिलाड़ी ना सिर्फ अपना करियर बर्बाद करता है बल्कि क्रिकेट जैसे जैंटलमैन गेम को बदनाम भी करता है। बांग्लादेश प्रीमियर लीग(बीपीएल) की शुरूआत 11 दिसंबर से हो गई है, लेकिन इस लीग का पहला मैच ही सुर्खियों में आ गया। वो इसलिए नहीं कि मैच में चाैकों-छक्कों की बरसात हुई, बल्कि, इसलिए कि एक गेंदबाज की हरकत से स्पाॅट फिक्सिंग की आशंका जताई गई।
फेंकी बड़ी नो बाॅल
मैच भी हारे थंडर्स
दरअसल, लीग का पहला मैच स्यालहेट थंडर्स और चटगांव चैलेंजर्स के बीच खेला गया। इस मैच में स्यालहेट थंडर्स के तेज गेंदबाज क्रिशमार संतोकी ने एक ऐसी गेंद फेंकी जिसे देख लगा कि जानबूझ कर फेंकी गई है। जब चटगांव बल्लेबाजी करने आया तो दूसरा ओवर संतोकी फेंकने आए। ओवर की तीसरी गेंद संतोकी ने नो बाॅल फेंक दी। सिर्फ नो बाॅल ही नहीं बल्कि बड़ी वाइड गेंद भी। संतोकी का पैर बहुत ज्यादा बाहर गया। आमताैर पर गेंदबाज इस तरह की नो बाॅल नहीं फेंकते हैं।
बड़े कांड को अंजाम देने की आशंका
इस गेंदबाज के द्वारा डाली गई नो बॉल और वाइड बॉल को देखे तो मैच फिक्सिंग या स्पॉट फिक्सिंग जैसे बड़े कांड को अंजाम देने की आशंका नजर आ रही है जिसके साथ ही पहला मैच विवादों में आ गया है। संतोका की इस नो बाॅल ने पाकिस्तान के मोहम्मद आमिर की याद दिला दी। अगर आपको याद हो तो आमिर ने 2010 में बिल्कुल ऐसी ही गेंद फेंकी थी। बाद में उसपर जांच हुई तो आमिर पर स्पॉट फिक्सिंग के आरोप लगे फिर उन्हें 5 साल का बैन झेलना पड़ा।
A no-ball bowled by Krishmar Santokie in the opening match of the Bangladesh Premier league #BPL2019 today.
बता दें कि संतोकी की स्यालहेट थंडर्स य मैच भी हार गई थी। थंडर्स ने 4 विकेट खोकर 163 रनों का लक्ष्य चटगांव को दिया था। जवाब में चटगांव ने 5 विकेट रहते 19 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया। संतोकी ने 4 ओवर फेंकते हुए 34 रन दे डाले, जिसमें 1 विकेट भी शामिल रहा। संतोकी ने विंडीज के लिए 12 टी20 मैच खेलते हुए 18 विकेट ले चुके हैं। वे आईपीएल में भी खेल चुके हैं और मुंबई इंडियंस की ओर से 2 मैच खेले हैं। हालांकि वो पिछले 5 सालों से अपनी राष्ट्रीय टीम से बाहर हैं।