उन्होनें कहा कि मेरे खानदान ने 5 साल में बस एक बार ही मेरा हाल जाना। लोगों के लिए ये कहना आसान होता है कि लड़की ने ही कुछ किया होगा या फिर उसमें ही कोई दिक्कत होती तभी दूसरी शादी भी नहीं चल पाई। जब मेरा करियर ऊंचाई पर था तब मैंने शादी की। उस वक्त लोगों ने कहा था कि मेरा करियर अब खत्म हो चुका है। मैंने लोगों की सोच खुद पर हावी नहीं होने दी।'
अपने परिवार के बारे में बात करते हुए श्वेता आगे कहती है कि- 'मुझे इस बात की बिल्कुल भी चिंता नहीं थी कि मेरा खानदान क्या कहेगा जो 5 साल में एक बार मेरा हाल-चाल लेता है मैंने अपनी चिंता की,बच्चों की और अपने परिवार के बारे में सोचा। अगर कोई मेरे परिवार को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा तो उनकी मेरी जिंदगी में कोई जगह नहीं है। मैं उन्हें अटेंशन नहीं दूंगी। जो मेरे परिवार को खुश रखेगा, उनकी बढ़ने में मदद करेगा, उनके लिए मैं करूंगी।'
श्वेता ने इस दौरान अपनी बेटी के बारे में भी बात की उन्होनें कहा कि 'मुझे अपनी बेटी और बेटे को बड़ा करना है ,घर चलाना है, इसलिए मैं कमजोर नहीं पड़ सकती। मेरी बेटी पलक ने मेरी मां बनकर मेरा ख्याल रखा है। गौरतलब है इससे पहले श्वेता अपनी पहली शादी में राजा चौधरी से घरेलु हिंसा का शिकार हुई थी जिसके बाद उन्होनें शादी तोड़ने का फैसला किया था।अब श्वेता अपने दोनो बच्चो के साथ खुश रहना चाहती है और किसी की भी दखलअंदाजी नहीं चाहती है।