हैदराबाद। हैदराबाद डॉक्टर के रेप और फिर मर्डर की दिल दहला देने वाली घटना में एक और झकझोर देने वाला सच सामने आया है। पुलिस रिमांड की रिपोर्ट पर अगर यकीन करें तो हत्या के बाद भी दरिंदे नहीं रुके थे और वो डॉक्टर का रेप करते रहे थे। कोर्ट में पुलिस की रिमांड रिपोर्ट में रोंगटे खड़े कर देने वाली और ज्यादा जानकारियां सामने आई हैं। आपको बता दें कि हैदराबाद के बाहरी इलाके में शुक्रवार को पुलिस को महिला डॉक्टर का जला हुआ शव बरामद हुआ था।

एक घंटे में पूरा अपराध
केस की पुलिस रिमांड की रिपोर्ट को शनिवार को कोर्ट में जमा किया गया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि चारों आरोपियों ने लॉरी केबिन में भी पीड़िता का बारी-बारी से बलात्कार किया था। चारों आरोपियों मोहम्मद उर्फ आरिफ, जोलू शिवा, जोलू नवीन और चिंताकुंटा चिन्नाकेशवाउलू एक घंटे के अंदर इस पूरे अपराध को अंजाम दिया था। डॉक्टर को पहले एक खुले हुए प्लॉट में ले जाया गया, फिर उसे जबरदस्ती कोल्ड ड्रिंक में मिलाकर व्हीस्की पिलाई , फिर उसके सिर पर हमला हुआ। इसके बाद उसका बलात्कार किया गया और फिर उसे मार दिया।

लॉरी के केबिन में शव का गैंगरेप
हत्या के बाद उसके शव कसे लॉरी के केबिन में फेंक दिया गया और फिर एक-एक करके पीड़िता का बलात्कार किया गया। केबिन में इस कुकृत्य को अंजाम देने के बाद उन्होंने फैसला किया कि वो आगे निकल जाएंगे। लेकिन ट्रक से उतरकर वो सभी उसके कपड़े लेने के लिए वापस आए। शादनगर की तरफ जाने वाले नेशनल हाइवे पर वो बढ़ते रहे और फिर एक सूनसान जगह देकर उसके शव को जला दिया गया। शादनगर के चाटनपल्ली में रुकने के बाद उन्होंने उसके शव को एक कंबल में लपेटा और फिर उसे जलाने के लिए गाड़ी से उतरे।

इसलिए किया जलाने का फैसला
पीड़िता की पहचान कभी सामने न आने पाए, इसके लिए बलात्कारियों ने उसे जलाने का फैसला किया था। शनिवार को एक अजीबी-गरीब घटनाक्रम के तहत मजिस्ट्रेट पुलिस स्टेशन आए और उन्होंने चारों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। 26 साल की वेटनेरी डॉक्टर के गैंगरेप और निर्ममता से उसकी हत्या की घटना ने देश में हर किसी को दहला दिया है।साइबराबाद पुलिस ने शुक्रवार को चार आरोपियों 26 साल के मोहम्मद आरिफ, 20 साल के जोलू शिवा, 20 साल के जोलू नवीन और 20 के साल के चिंताकुंटा चिन्नाकेशवाउलू को पकड़ लिया। ये सभी नारायणपेट जिले के रहने वाले हैं।

पुलिस ने 48 घंटे में पकड़े आरोपी
साइबराबाद के कमिश्नर वी सज्जानर ने बताया कि साइबराबाद, शादनगर और शम्शाबाद पुलिस ने इस निर्मम रेप और मर्डर को सुलझाने के लिए एक साथ मिलकर काम किया। इसका ही नतीजा है कि बस 48 घंटे के अंदर सभी आरोपियों को पकड़ लिया गया। इसके अलावा क्राइम सीन पर मौजूद संकेतों, सीसीटीवी कैमरा और उन रास्तों से भी पुलिस को काफी मदद मिली जिसे आरोपियों ने चुना था। गवाहों और ह्यूमन इंटेलीजेंस ने भी पुलिस की काफी मदद की।