
दर्शकों ने जब स्नेहा उलाल को पहली बार पर्दे पर देखा तो एक बार तो उन्हें भी यही लगा कि ये तो ऐश्वर्या ही हैं फिलहाल पहली फिल्म के बाद वो गायब सी हो गईं। लकी: नो टाइम फॉर लव बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई थी । इसके बाद उन्होंने आर्यन (2006), जाने भी दो यारो (2007) और क्लिक (2009) में काम किया। मायानगरी में मिली असफलता के बाद उन्होंने तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री का रुख कर लिया था। फिल्में न चलने के पीछे स्नेहा ने कहा था- जब मैं फिल्मों में आई थी तब मैं सिर्फ 15-16 साल की ही थी। फिल्म का ऑफर आया और वो भी सलमान खान की तरफ से तो कर लिया परन्तु उस समय मैंने कड़ी मेहनत नहीं की थी।'
जून 2017 में स्नेहा ने एक इंटरव्यू में बताया था मैं तीन वर्ष तक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर से पीड़ित थीं। जो कि खून से संबंधित बीमारी है। मैं इतनी कमजोर हो गई थी कि एक्ट्रेस के तौर पर खरी नहीं उतर पा रही थी। यहां तक कि मुझे चलने, डांस करने और लगातार शूटिंग करने में भी काफी तकलीफ होती थी। इसके बाद मैंने फैसला किया कि मुझे काम से ब्रेक लेकर अपनी बीमारी का इलाज कराना चाहिए, क्योंकि मैं हर दूसरे दिन बीमार पड़ रही थी।