आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे की शुगर ( Diabetes ) या मधुमेह क्या होता है। और इस खररनाक बीमारी से कैसे बचा या अपने परिजनों को बचाया जा सकता है।
जब शरीर में शुगर की मात्रा तय मात्रा से जिसे वर्ड हेल्थ ऑर्गेनिगेशन ( world health organization ) ने खली पेट मतलब बिना कुछ खाये-पिए 126 से अगर ज्यादा हो, या खाने के बाद 200 से ज्यादा हो तो इस कंडीशन में हम कहेंगे की इस शरीर में शुगर है। मतलब आपको मधुमेह की शिकायत हो गई है।
यदि किसी व्यक्ति को प्लाज़्मा ग्लूकोस 100 से 125 के बीच है तो इसे इम्पेक्ट फास्टिंग ग्लूकोस कहते है। ऐसा अगर किसी व्यक्ति के शरीर में पाया जाता है तो इसका ये मतलब नहीं की उसे मधुमेह पर उस व्यक्ति को मधुमेह होने की संभावना सबसे ज्यादा है।
इसी प्रकार अगर किसी व्यक्ति के शरीर में खाना खाने के बाद ब्लड शुगर 140 से 199 के बीच आता है तो इसे इम्पैक्ट ग्लूकोस टॉलरेंस टेस्ट कहते है। इसका मतलब इस व्यक्ति को आगे चलकर शुगर होने की सबसे ज्यादा संभावना होती है।