Friday 6 December 2019

हैदराबाद एनकाउंटर: मुख्‍य अभियुक्‍त आरिफ के पिता को सुबह मिली एनकाउंटर की खबर, बोले-बेटे को पुलिस ने मार दिया

हैदराबाद। हैदराबाद में 26 साल की वेटनेरी डॉक्‍टर के गैंगरेप और फिर निर्ममता से उनकी हत्‍या को अंजाम देने वाले चारों आरोपियों 26 साल के मोहम्‍मद आरिफ, 20 साल के जोलू शिवा, 20 साल के जोलू नवीन और 20 के साल के चिंताकुंटा चिन्‍नाकेशवाउलू को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। शुक्रवार तड़के तेंलगाना पुलिस ने एक एनकाउंटर में गैंगरेप के चारों आरोपियों को ढेर कर दिया। मुख्‍य आरोपी मोहम्‍मद आरिफ के पिता ने कहा है कि पुलिस ने उनके बेटे को मार दिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी पुलिस कस्‍टडी से भागने की कोशिश कर रहे थे तभी उन्‍हें मार दिया गया। 28 नवंबर को हैदराबाद के बाहरी इलाके में अंडरपास के नीचे डॉक्‍टर का जला हुआ शव मिला था। 

पुलिस ने बताया बेटा एनकाउंटर में ढेर

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एनकाउंटर के बाद सुबह पुलिस की तरफ से परिवार को एनकाउंटर के बारे में जानकारी दी गई थी। आरिफ के पिता ने इस पर कहा, 'हमें आज सुबह इस बारे में पता लगा। उन्‍होंने बताया कि वह एक एनकाउंटर में मारा गया है।' आरिफ के एक पड़ोसी ने इस पर पुलिस पर आरोप लगाए हैं। उन्‍होंने कहा कि यह एनकाउंटर पूरी प्‍लानिंग के साथ अंजाम दिया गया था। उनके शब्‍दों में, 'यह सब पूरी प्‍लानिंग थी। पुलिस कैसे उन चारों को मार सकती है। हमें नहीं लगता है कि यह कोई एनकाउंटर था।'

14 दिनों की न्‍यायिक हिरासत

साइबराबाद पुलिस ने पिछले शुक्रवार को ही इन चारों को हिरासत में लिया था और इन्‍हें 14 दिनों की न्‍यायिक हिरासत में भेजा गया था। साइबराबाद के पुलिस कमिश्‍नर वी सजनार का कहना है कि चारों आरोपियों में से आरिफ की पहचान मुख्‍य अभियुक्‍त के तौर पर हुई है। पुलिस ने सेक्‍शन 376, 302 और निर्भया एक्‍ट के तहत इन पर केस दर्ज किया था। आरोपियों को पकड़ने में साइबराबाद, शादनगर और श्‍मशाबाद पुलिस ने एक साथ मिलकर काम किया। इसका ही नतीजा था कि 48 घंटे के अंदर सभी आरोपियों को पकड़ लिया गया।

क्‍या था पूरे केस में आरिफ का रोल

मोहम्‍मद आरिफ ट्रक ड्राइवर का था। उसे 27 नंवबर को मंगलवार को हैदराबाद में एक डिलीवरी करनी थी। डिलीवरी नहीं हो सकी और आरिफ वहीं रुक गया था। आरिफ ने अपने क्‍लीनर जोलू शिवा के साथ बाकी दो अभियुक्‍तों को बुलाया और तोंडुपाली टोल गेट के करीब लॉरी को पार्क कर दिया। यह जगह हैदराबाद से बाहर है। प्‍लान के तहत नवीन ने पीड़‍िता की स्‍कूटी का टायर पंचर किया और फिर उसके वापस लौटने का इंतजार किया।

आरिफ ने शव को लपेट कर डाला केबिन में

रात करीब 9 बजकर 15 मिनट पर जब पीड़‍िता अपनी स्‍कूटी लेने के लिए वापस आईं तो इसी समय आरिफ अपनी लॉरी से बाहर आया। उसने बताया कि उनकी स्‍कूटी का टायर पंचर है। इसके बाद उसने इसकी मरम्‍मकी पेशकश की। आरिफ ने इसके बाद क्‍लीनर शिवा को स्‍कूटी की मरम्‍मत कराने के लिए भेजा।पीड़‍िता की मौत के बाद आरिफ ने उनका शव कंबल में लपेट कर लॉरी के केबिन में रख दिया।