Friday 6 December 2019

इस वजह से पुलिस को मारने पड़े हैदराबाद रेप केस के चारों आरोपी

तेलंगाना के साइबराबाद में 27 और 28 नवंबर की दरमियानी रात को चार लोगों ने एक महिला पशु चिकित्सक के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। इस घटना की गूंज सड़क से लेकर संसद तक सुनाई दी। आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के लिए देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे थे। शुक्रवार को जब तेलंगाना पुलिस चारों आरोपियों को नेशनल हाईवे-44 के नजदीक स्थित घटनास्थल पर क्राइम सीन को रिकंस्ट्रक्ट करने के लिए लेकर गई तो उन्होंने भागने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस से हुई मुठभेड़ में चारों आरोपी मारे गए।


Third party image reference
दोस्तो मिली जानकारी के मुताबिक अदालत में चार्जशीट दाखिल करने के बाद इन चारों आरोपियों को घटनास्थल पर ले गई थी ताकि 'सीन ऑफ क्राइम' (रिक्रिएटशन) की पड़ताल की जा सके। लेकिन उनमें से एक आरोपी ने पुलिसकर्मी का हथियार छीन कर भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अगर यह आरोपी भाग जाते तो बड़ा हंगामा खड़ा हो जाता इसलिए पुलिस के पास दूसरा कोई रास्ता नहीं था और जवाबी फायरिंग में चारो आरोपी मारे गए।


Third party image reference
दोस्तो इस डिवेलपमेंट पर सोशल मीडिया में प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं। कुछ लोग पुलिस को शाबाशी दे रहे हैं। इस एनकाउंटर के लिए पुलिस की तारीफ़ कर रहे हैं। कुछ लोग इस एनकाउंटर पर सवाल भी उठा रहे हैं। एनकाउंटर के तरीके पर भी सवाल उठ रहे हैं। इसकी बड़ी वजह ये है कि चारों आरोपी मारे गए. चारों को गोली लगी। पूछा जा रहा है कि क्या एनकाउंटर के समय उनके हाथ में हथकड़ी थी? अगर नहीं, तो क्यों? क्या क्राइम सीन पर ले जाने के बाद उनकी हथकड़ी खोली गई? किस तरह के हालात बने कि चारों भागने लगे? और किस तरह पुलिस को चारों को गोली मारनी पड़ी? गोली कहां मारी गई?


Third party image reference
दोस्तो अगर आपको पुलिस की ये करवाई अच्छी लगी है तो कमेंट बॉक्स में जय हिंद जरूर लिखे और इस पोस्ट को लाइक और शेयर जरूर करे।