नई दिल्ली/ टीम डिजिटल।अभिनेताश्रीराम लागू(shriram lagoo)का मंगलवार कोपुणे(Pune) में निधन हो गया। वह 92 साल के थे। श्रीराम लागू का जन्म 16 नवम्बर 1927 मेंमहाराष्ट्र(Maharashtra) के सतारा में हुआ था। वह एक मझे हुए थियेटर कलाकार थे। इस पर अब पीएम नरेंद्र मोदी (pm narendra modi) ने भी दुख जताया है।
Dr. Shreeram Lagoo personified versatility and brilliance. Through the years, he enthralled audiences with outstanding performances. His work will be remembered for years to come. Anguished by his demise. Condolences to his admirers. Om Shanti.
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पीएम नरेंद्र मोदी नेश्रीराम लागू के निधन पर जताया दुख
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा-डॉ. श्रीराम लागू ने प्रतिभा का परिचय दिया है। कई वर्षों से उन्होंने अपनी बेहतरीन अभिनय से दर्शकों का ध्यान अपनी तरफ किया है। उनके काम को आने वाले सालों तक याद रखा जाएगा। उनके निधन से नाराज। उनके प्रशंसकों के प्रति संवेदना। शांति।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा-डॉ. श्रीराम लागू ने प्रतिभा का परिचय दिया है। कई वर्षों से उन्होंने अपनी बेहतरीन अभिनय से दर्शकों का ध्यान अपनी तरफ किया है। उनके काम को आने वाले सालों तक याद रखा जाएगा। उनके निधन से नाराज। उनके प्रशंसकों के प्रति संवेदना। शांति।
फिल्म घरौंदा केसहायक अभिनेता फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा गया
1978 में फिल्म घरौंदा के लिए डॉ. लागू को सर्वेश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा गया। फिल्मों और नाटकों में अभिनय करने से पहले डॉ. लागू कुछ वर्षों तक अफ्रीका में भी रहे जहां उन्होंने एक चिकित्सक के तौर पर काम किया। बाद में वह भारत लौट आए और थियेटर में सक्रिय हो गए। 70 के दशक तक आते-आते डॉ. लागू देश में एक अच्छे थियेटर कलाकार के रूप में स्थापित हो चुके थे।
1978 में फिल्म घरौंदा के लिए डॉ. लागू को सर्वेश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा गया। फिल्मों और नाटकों में अभिनय करने से पहले डॉ. लागू कुछ वर्षों तक अफ्रीका में भी रहे जहां उन्होंने एक चिकित्सक के तौर पर काम किया। बाद में वह भारत लौट आए और थियेटर में सक्रिय हो गए। 70 के दशक तक आते-आते डॉ. लागू देश में एक अच्छे थियेटर कलाकार के रूप में स्थापित हो चुके थे।