Tuesday 3 December 2019

हैदराबाद के हैवानों को मटन करी: आखिर क्यों हो रही मेहमाननवाजी? जरा आप भी देखें

हैदराबाद के हैवानों को मटन करी: आखिर क्यों हो रही मेहमाननवाजी? जरा आप भी देखें
हैदराबाद: यहां हुए महिला डॉक्टर से हैवानियत के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। सड़क से संसद तक महिला सुरक्षा पर सवाल कर रहे हैं। वहीं पुलिस की जांच में कई खुलासे हुए हैं,फिलहाल आरोपियों को हाई सिक्योरिटी के साथ हैदराबाद की केरलाकुल्ली जेल में बंद किया गया है।

आरोपियों को डिनर में मटन करी दिया गया

जानकारी के अनुसार चारों आरोपियों को जेल में लंच में दाल-राइव और डिनर में मटन करी दिया गया है। जेल मैन्यूअल के तहत ही उन्हें ये खाना परोसा गया। गौरतलब है कि 27 नवंबर की रात हैदराबाद की महिला डॉक्टर के साथ 4 लोगों ने रेप किया था और फिर मर्डर करके आरोपियों ने उसकी बॉडी भी जला दी थी। पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।
जहां एक तरफ हैदराबाद के हैवानों के स्वागत में दरिंदों को जेल में मटन करी जैसे आइटम खाने के लिए दिए गए हैं तो वहीं दूसरी तरफ आज संसद के दोनों सदनों में इस मामले पर खूब हंगामा देखने को मिला। राजनाथ सिंह ने कहा कि हम कड़े कानून बनाने के लिए तैयारी हैं|

चारों आरोपियों की उम्र 18 से 26 साल

पुलिस के मुताबिक 27 नवंबर की रात को महिला डॉक्टर को ट्रक ड्राइवर और उसके साथियों ने अगवा किया। आरोपी पीड़िता को सुनसान जगह पर ले गए और उसे जबरन शराब पिलाई और गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया। एक आरोपी ने मुंह और नाक दबाकर पीड़िता की जान ली। इसके बाद वहां से 27 किलोमीटर दूर ले जाकर पेट्रोल डालकर उसका शव जला दिया। शव के पास ही पीड़िता का फोन, घड़ी सब छिपा दिया।  चारों आरोपी बचपन के दोस्त हैं। आरोपी मोहम्मद आरिफ ट्रक ड्राइवर है, बाकी तीनों क्लीनर हैं। आरोपियों में आरिफ (26 साल) शिवा (20 साल) नवीन कुमार (20 साल) चेन्ना केशवल्लु (21 साल) है|

आरोपियों को 14 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया 

पुलिस के मुताबिक हैदराबाद केस की जांच के दौरान जो खुलासे हुए हैं, उससे यही लग रहा है कि शराब के नशे में धुत्त आरोपियों ने खौफनाक वारदात को ऐसे अंजाम दिया मानो कुछ हुआ ही ना हो। पुलिस की गिरफ्त में आए चारों आरोपियों को 14 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है। मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगी।
डॉक्टर से हैवानियत का गुस्सा और दर्द हर जगह देखने को मिल रहा है लोग ऑन द स्पॉट आरोपियों की फांसी की मांग कर रहे हैं। लेकिन सवाल ये है कि आखिर ऐसे मामलों में कुछ ही समय के लिए लोग न्याय की मांग क्यों करते हैं फिर सबकुछ ठंडा पड़ जाता है।