क्रिकेट के इतिहास में आये दिन कुछ नया देखने को मिलता है लेकिन कई बार ऐसी अजब घटनायें होती हैं कि शायद ही किसी को विश्वास हुआ। ऐसा ही कुछ देखने को मिला है मुंबई के इंटर स्कूल टूर्नामेंट हैरिस शील्ड के दौरान। इस टूर्नामेंट के एक नॉक आउट मैच रनों की पीछा करने उतरी टीम का एक भी खिलाड़ी अपना खाता नहीं खोल सका। जी सही पढ़ा आपने, 10 के 10 खिलाड़ी 0 पर आउट हुए हैं। यह मैच बोरिवली स्थित स्वामी विवेकानंद इंटरनैशनल स्कूल और अंधेरी के चिल्ड्रन वेलफेयर स्कूल के साथ हुआ, जिसमें पहले बल्लेबाजी करते हुए स्वामी विवेकानंद की टीम ने 761 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया।AUS vs PAK: गाबा में अपना खुफिया हथियार लॉन्च करने को तैयार पाकिस्तान, नसीम शाह करेंगे डेब्यू
लक्ष्य का पीछा करने उतरी चिल्ड्रन वेलफेयर की टीम का कोई भी बल्लेबाज अपना खाता नहीं खोल पाया, हालांकि टीम 7 रन बनाने में कामयाब रही। इन 7 रनों में 6 वाइड और 1 बाई का रन शामिल है। चिल्ड्रन वेलफेयर की टीम को 754 रन से हार का सामना करना पड़ा। बता दें कि स्वामी विवेकानंद वही स्कूल है जहां कभी भारतीय टीम के हिटमैन रोहित शर्मा पढ़ा करते थे।

मीत मायरेकर ने ठोंके 134 गेंदों में 338 रन
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी विवेकानंद की टीम के लिये बल्लेबाज मीत मायरेकर ने तिहरा शतक लगाया। आजाद मैदान के न्यू एरा ग्राउंड पर खेले गए इस मैच में मीत मायरेकर ने 134 गेंदों में 338 रनों की नाबाद पारी खेली। अपनी इस पारी में मायरेकर ने 56 चौके और 7 छक्के लगाये। मजे की बात यह है कि विवेकानंद की टीम ने सिर्फ 39 ओवर्स में 761 रनों का विशाल लक्ष्य खड़ा किया।
पेनाल्टी के रूप में दिये 156 रन
निर्धारित 3 घंटे के अंदर चिल्ड्रन वेलफेयर की टीम अपने कोटे के ओवर पूरे नहीं कर पाई जिसके चलते विवेकानंद की टीम के कुल स्कोर में 156 रन पेनाल्टी के रूप में भी जुड़े। चिल्ड्रन वेलफेयर की टीम ने 6 ओवर कम भी फेंके, वह सिर्फ 45 ओवर ही गेंदबाजी कर सके। विवेकानंद की टीम के लिये कृष्णा पार्ते ने 95 रन और ईशान रॉय ने 67 रनों की पारी खेलकर अपना योगदान दिया।
6 ओवर में 7 रन पर ऑल आउट हुई टीम
लक्ष्य का पीछा करने उतरी चिलड्रन वेलफेयर की टीम महज 6 ओवर क अंदर 7 अतिरिक्त रनों पर ढेर हो गई। विवेकानंद स्कूल की टीम के लिये मध्यम तेज गति के गेंदबाज आलोक पाल ने 3 ओवर्स में 3 रन देकर 6 विकेट चटकाये तो उनके कप्तान ने 3 रन देकर 2 विकेट झटके। इस दौरान 2 बलल्लेबाज रन आउट का भी शिकार हुये।
गौरतलब है कि यह इस ट्रॉफी में किसी भी टीम को मिलने वाली सबसे बड़ी जीत है। आपको बता दें कि विवेकानंद की टीम ने यह हाल तब किया है जब उसके कप्तान आयुष जेथवा और 2 अन्य खिलाड़ी मुंबई अंडर-16
लक्ष्य का पीछा करने उतरी चिल्ड्रन वेलफेयर की टीम का कोई भी बल्लेबाज अपना खाता नहीं खोल पाया, हालांकि टीम 7 रन बनाने में कामयाब रही। इन 7 रनों में 6 वाइड और 1 बाई का रन शामिल है। चिल्ड्रन वेलफेयर की टीम को 754 रन से हार का सामना करना पड़ा। बता दें कि स्वामी विवेकानंद वही स्कूल है जहां कभी भारतीय टीम के हिटमैन रोहित शर्मा पढ़ा करते थे।

मीत मायरेकर ने ठोंके 134 गेंदों में 338 रन
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी विवेकानंद की टीम के लिये बल्लेबाज मीत मायरेकर ने तिहरा शतक लगाया। आजाद मैदान के न्यू एरा ग्राउंड पर खेले गए इस मैच में मीत मायरेकर ने 134 गेंदों में 338 रनों की नाबाद पारी खेली। अपनी इस पारी में मायरेकर ने 56 चौके और 7 छक्के लगाये। मजे की बात यह है कि विवेकानंद की टीम ने सिर्फ 39 ओवर्स में 761 रनों का विशाल लक्ष्य खड़ा किया।
पेनाल्टी के रूप में दिये 156 रन
निर्धारित 3 घंटे के अंदर चिल्ड्रन वेलफेयर की टीम अपने कोटे के ओवर पूरे नहीं कर पाई जिसके चलते विवेकानंद की टीम के कुल स्कोर में 156 रन पेनाल्टी के रूप में भी जुड़े। चिल्ड्रन वेलफेयर की टीम ने 6 ओवर कम भी फेंके, वह सिर्फ 45 ओवर ही गेंदबाजी कर सके। विवेकानंद की टीम के लिये कृष्णा पार्ते ने 95 रन और ईशान रॉय ने 67 रनों की पारी खेलकर अपना योगदान दिया।
6 ओवर में 7 रन पर ऑल आउट हुई टीम
लक्ष्य का पीछा करने उतरी चिलड्रन वेलफेयर की टीम महज 6 ओवर क अंदर 7 अतिरिक्त रनों पर ढेर हो गई। विवेकानंद स्कूल की टीम के लिये मध्यम तेज गति के गेंदबाज आलोक पाल ने 3 ओवर्स में 3 रन देकर 6 विकेट चटकाये तो उनके कप्तान ने 3 रन देकर 2 विकेट झटके। इस दौरान 2 बलल्लेबाज रन आउट का भी शिकार हुये।
गौरतलब है कि यह इस ट्रॉफी में किसी भी टीम को मिलने वाली सबसे बड़ी जीत है। आपको बता दें कि विवेकानंद की टीम ने यह हाल तब किया है जब उसके कप्तान आयुष जेथवा और 2 अन्य खिलाड़ी मुंबई अंडर-16