भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर जीतकर संसद पहुंच चुके अभिनेता सनी देओल को बतौर हीरो लॉन्च करने वाले निर्देशक राहुल रवैल ने गोवा में चल रहे 50वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में एक नया हंगामा कर दिया। रवैल ने यहां एक कार्यक्रम में सनसनीखेज खुलासा किया कि वह अपनी फिल्म 'अर्जुन' से डिंपल कपाड़िया को निकाल देना चाहते थे लेकिन निर्माताओं के आगे उनकी एक नहीं चली।
गौरतलब है कि 1985 में रिलीज हुई फिल्म 'अर्जुन' को बॉक्स ऑफिस पर वैसी कामयाबी नहीं मिल सकी, जिसकी उम्मीद की जा रही थी। सनी देओल का जिक्र चलने पर गोवा में निर्देशक राहुल रवैल ने कहा, "आप फिल्में देखते हुए सीखते हैं और फिर आपको समझ में आता है कि बाकी लोगों ने क्या कुछ किया है। अर्जुन में कई मौकों पर सनी देओल ने आंसू बहाए, मगर उस वक्त जिस तरह से उन्हें रोना चाहिए था, वे उस तरह से नहीं रोए।" 'अर्जुन' राहुल रवैल की फिल्म 'बेताब' के बाद सनी देओल के साथ दूसरी फिल्म थी। सनी इससे पहले फिल्म मंजिल मंजिल में डिंपल के साथ काम कर चुके थे और उनकी जिद पर ही 'अर्जुन' में भी डिंपल को लिया गया था।डिंपल कपाड़िया के फिल्म 'अर्जुन' का हिस्सा बनने के बारे में राहुल रवैल कहते हैं, 'मैं अर्जुन की शूटिंग शुरू कर चुका था और फिल्म के बीच में से मैंने डिम्पल को कापड़िया को निकालने के बारे में सोचा भी। इसीलिए मैंने फिल्म की अवधि भी कम कर दी लेकिन फिल्म के निर्माता इस पर राजी नहीं हुए और मुझे फ़िल्म में और भी सीन्स जोड़ने पर मजबूर किया।"
