दोस्तों एक बार फिर से स्वागत है आप लोगों का हमारे चैनल पर स्पोर्ट की न्यूज़ को पढ़ने के लिए आप हमारे चैनल को फॉलो करें. दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में आप लोगों को बताने वाले हैं. कि आप मे से बहुत से लोगों ने महेंद्र सिंह धोनी की दरियादिली की बहुत सी कहानियां सुनी होगी, जब कोई भी गरीब या लाचार उनके पास जाता है. तो महेंद्र सिंह धोनी उसे कभी भी खाली हाथ नहीं जाने देते हैं. दोस्तों आपको बता दें की हाल ही में हुए पुलवामा अटैक में शहीद हुए फौजी के लिए महेंद्र सिंह धोनी और बीसीसीआई ने मिलकर शहीद फौजी के घर वालों को 20 लाख रुपए की मदद की थी.
जो आदमी दूसरों के लिए इतना कुछ कर सकता है. तो जरा सोचिए वह अपने पुराने दोस्त के लिए क्या कुछ नहीं कर सकता है. दोस्तों आपको बता दें कि भारत और वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम की सीरीज चल रही थी. और मुकाबला खत्म होते ही सभी क्रिकेटर स्टेडियम से बाहर निकल रहे थे. तभी महेंद्र सिंह धोनी की नजर स्टेडियम के बाहर चाय स्टाल पर गई. जहां उन्होंने देखा कि उनका पुराना दोस्त स्टाल पर चाय बेच रहा है.
स्टाल पर चाय बेच रहा यह व्यक्ति महेंद्र सिंह धोनी का एक पुराना दो दोस्तों आपको बता दें कि जब महेंद्र सिंह धोनी TTE का काम कर रहे थे. तब थॉमस (चाय बेचने वाले व्यक्ति का नाम) उसी रेलवे स्टेशन पर चाय की दुकान चलाता था, तब महेंद्र सिंह धोनी उसकी दुकान पर दिन भर में कई बार चाय पीने जाते थे.
जब महेंद्र सिंह धोनी ने अपने पुराने दोस्त को पहचाना तो वह उसके पास गए और उसे गले लगा लिया, फिर अपने सारे पुराने दोस्तों के साथ थॉमस को भी डिनर के लिए बुलाया महेंद्र सिंह धोनी ने थॉमस की आर्थिक मदद भी की थी. जिसके कारण आज थॉमस एक अच्छा रेस्टोरेंट चला रहे हैं.